District Level Udyog Mitra Meeting Successfully Held for Resolving Industrial Issues

जिला ऊधम सिंह नगर में उद्योगों की समस्याओं के समाधान हेतु उद्योग मित्र समिति की महत्वपूर्ण बैठक सफलतापूर्वक संपन्न

रूद्रपुर, 24 अप्रैल 2025 — जिला ऊधम सिंह नगर की जिला स्तरीय उद्योग मित्र समिति की बैठक आज ए.पी.जे. अब्दुल कलाम कॉन्फ्रेंस हॉल, कलेक्ट्रेट भवन, रूद्रपुर में संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता जिलाधिकारी श्री नितिन सिंह भदौरिया, आई.ए.एस. द्वारा की गई।

बैठक में उद्योगों से जुड़े अनेक महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई। इनमें प्रमुख रूप से निम्नलिखित बिंदु सम्मिलित रहे:

  1. नगर निकायों में सम्मिलित क्षेत्रों के उद्योगों पर भवन कर समाप्त करने की माँग।
  2. औद्योगिक प्लॉटों को फ्री-होल्ड करने की प्रक्रिया।
  3. सिंगल विंडो सिस्टम में आ रही व्यावहारिक कठिनाइयों का समाधान।
  4. बाट-माप विभाग की अनावश्यक कार्यवाहियों पर रोक।
  5. ग्राम किशनपुर से एनएच-74 तक सड़क व नाले के निर्माण की माँग।
  6. रूद्रपुर के भदईपुरा से तीनपानी तक ड्रेनेज व्यवस्था।
  7. ग्रामीण उद्योगों को औद्योगिक फीडरों से जोड़कर निर्बाध विद्युत आपूर्ति।
  8. काशीपुर, कुरैया एवं सितारगंज में विद्युत सब-स्टेशनों की शीघ्र स्थापना।
  9. एल्डिको-सिडकुल, सितारगंज की सड़कों और नालियों का निर्माण।
  10. सिडकुल फेज-।। में सीईटीपी पाइपलाइन की स्थापना।
  11. उद्योगों की क्लेम प्रक्रिया का सरलीकरण।
  12. पंतनगर के लघु उद्योगों के ईटीपी वेस्ट निस्तारण की समस्या।
  13. सीडा द्वारा पास नक्शों के बावजूद जिला विकास प्राधिकरण द्वारा रोके गए निर्माण कार्यों पर आपत्ति।

इसके अतिरिक्त, कुमाऊँ गढ़वाल चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष श्री अशोक बंसल ने अपर जिलाधिकारी कार्यालय में भेंट कर गेहूं खरीद से जुड़े उद्योगों, विशेषकर फ्लोर मिलों, पर हो रही अनावश्यक जांचों और उत्पीड़न के विरुद्ध कड़ा विरोध दर्ज कराया।

उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि विभिन्न सरकारी विभागों द्वारा बार-बार संयुक्त निरीक्षण टीमों के माध्यम से उद्योगों को अनावश्यक रूप से परेशान किया जा रहा है, जिससे उद्योगों में भय और असंतोष का माहौल उत्पन्न हो रहा है। जब सरकार ‘इंस्पेक्टर राज‘ खत्म करने की बात करती हैतब इस प्रकार की कार्रवाइयाँ पूरी तरह विपरीत दिशा में जाती हैं।

चैंबर ने प्रदेश सरकार से माँग की है कि संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया जाए कि वे उद्योगों के साथ सम्मानजनक व्यवहार करें और अनावश्यक जांचों को तत्काल रोका जाए ताकि प्रदेश में औद्योगिक वातावरण सकारात्मक बना रहे।

अंत में, अपर जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया कि चैंबर द्वारा उठाई गई चिंताओं को गंभीरता से लिया जाएगा और उद्योगों के कार्य में किसी प्रकार का उत्पीड़न न हो, इसके लिए शीघ्र आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।