
कुमायूँ गढ़वाल चैम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री (केजीसीसीआई) ने किया कन्सल्टेटिव मीटिंग का आयोजन
दिनाँक 12 जुलाई, 2025 को होटल द मैनर, बाजपुर रोड, काशीपुर में देर शाम कुमायूँ गढ़वाल चैम्बर आॅफ काॅमर्स एण्ड इण्डस्ट्री द्वारा एक कन्सल्टेटिव (विचार-विमर्श) मीटिंग का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन चैम्बर के महासचिव, श्री नितिन अग्रवाल द्वारा किया गया।

इस अवसर पर केजीसीसीआई अध्यक्ष, श्री पवन अग्रवाल द्वारा अवगत कराया गया कि आज की इस मीटिंग का आयोजन उद्योगों के समक्ष आ रही समस्याओं पर चर्चा एवं उनके निराकरण हेतु सुझाव आमंत्रित किए जाने के लिए किया गया है। उन्होंने बैठक में उपस्थित उद्यमियों से कहा कि सभी उद्यमी उनके समक्ष आने वाली समस्याओं का गहनतापूर्वक अध्ययन करें तथा उनका किस स्तर से एवं किस तरह से समाधान हो सकता है, उसकी समुचित जानकारी चैम्बर को उपलब्ध करा दें ताकि चैम्बर द्वारा उन्हें निराकरण हेतु सम्बन्धित विभागों या शासन को भेजा जा सके।
बैठक में उपस्थित सदस्यों द्वारा उद्योगों में हो रहे पावर कट, महुआखेड़ागंज के औद्योगिक आस्थानों में सड़कों एवं नालियों का निर्माण तथा स्ट्रीट लाईट की समुचित व्यवस्था, पुराने उद्योगों को सीडा से नक्शे पास न होने के कारण अग्निशमन विभाग से एनओसी न मिलना, उत्तराखण्ड में मण्डी टैक्स की अधिक दरें वसूले जाने के कारण हो रही परेशानी व उद्योगों के मण्डी लाईसेंसों का नवीनीकरण न होना, औद्योगिक आस्थानों में पुराने भूखण्डों को फ्री-होल्ड किए जाने, प्लाईवुड उद्योगों को कृषि आधारित उद्योगों में वर्गीकृत किए जाने तथा जीएसटी के रिफण्ड समय से न मिल पाना आदि विषय उद्यमियों द्वारा रखे गए।

इस अवसर पर काशीविश्वनाथ स्टील्स प्रा0 लि0 के प्रबन्ध निदेशक, श्री देवेन्द्र कुमार अग्रवाल ने कहा कि यह केजीसीसीआई अध्यक्ष, श्री पवन अग्रवाल का अच्छा प्रयास है। उन्होंने कहा कि कभी-कभी समस्या का स्पष्टीकरण न होने के कारण भी उसके समाधान में समय लग जाता है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र ही नहीं अपितु राज्य के औद्योगिक विकास में केजीसीसीआई के पूर्व अध्यक्षों ने अहम भूमिका निभाई है। उनके पास औद्योगिक जगत का एक अच्छा अनुभव है। उनके अनुभव का हमें फायदा उठाना चाहिए।

चैम्बर के पूर्व अध्यक्ष, श्री विकास जिंदल ने कहा कि चैम्बर द्वारा उठाए गए बिन्दुओं पर शासन एवं विभागीय स्तरों से समाधान मिलता है क्योंकि चैम्बर द्वारा बड़े ही अच्छे तरीके से अपनी बात शासन के समक्ष रखी जाती है। उन्होंने कहा कि यह चैम्बर का ही प्रयास था जिसकी वजह से सितारगंज के 18 उद्योगों को प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड द्वारा बन्दी का नोटिस दिए जाने के बावजूद उन्हें बन्द होने से बचा लिया गया था। उन्होंने कहा कि चैम्बर उत्तराखण्ड में उद्योगों की एक पावरफुल संस्था है।

चैम्बर के पूर्व अध्यक्ष, श्री राजीव घई ने इस शानदार पहल के लिए श्री पवन अग्रवाल को धन्यवाद देते हुए कहा कि चैम्बर एक परिवार है। अतः सभी उद्यमियों को एक-दूसरे की समस्याओं को समझना चाहिए तथा उसके निराकरण में हरसंभव सहयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पूर्व में उत्तराखण्ड में बिजली सरप्लस थी जिसकी वजह से यह ऊर्जा प्रदेश के नाम से जाना जाता था। इसी के आकर्षण से वर्ष 2003 में केजीसीसीआई के प्रयास से केन्द्र से औद्योगिक पाॅलिसी मिलने पर यहां अनेकों उद्योगों की स्थापना हुई लेकिन अब राज्य में उद्योगों के सामने निर्बाध विद्युतापूर्ति नहीं मिल पा रही है जिसका उद्योगों पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। अतः इस दिशा में सरकार एवं यूपीसीएल को विशेष ध्यान देना चाहिए।
इस अवसर पर चैम्बर के सभी सम्मानित पूर्व अध्यक्षों- श्री योगेश कुमार जिंदल, श्री विजय कुमार ंिजदल, श्री मदन मोहन जिंदल, श्री विकास जिंदल, श्री राजीव घई एवं श्री विनीत कुमार संगल का बुके देकर स्वागत किया गया तथा चैम्बर एवं राज्य के औद्योगिक विकास में उनके द्वारा दिए गए योगदान की सराहना की गयी।
अन्त में अध्यक्ष, श्री पवन अग्रवाल द्वारा आश्वासन दिया गया कि वे आज की बैठक में उद्यमियों द्वारा रखी गयी समस्याओं को शासन के समक्ष रखेंगे तथा उनके निराकरण कराए जाने का पूरा प्रयास करेंगे। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि वे सदस्यों की भावनाओं के अनुरूप ही कार्य करेंगे। उन्होंने सभी सदस्यों द्वारा चैम्बर को सहयोग किए जाने की भी अपील की जिस पर बैठक में उपस्थित सदस्यों ने हरसंभव सहयोग करने का भरोसा दिलाया।

इस अवसर पर श्री विकास अग्रवाल, श्री आलोक कुमार गोयल, श्री राकेश कुमार अग्रवाल, विनीत कुमार रावल, संजीव जिंदल, राजीव जिंदल, अभिषेक अग्रवाल, अनुराग अग्रवाल, अपूर्व जिंदल, अर्पण जिंदल, पुष्पेन्द्र मोहन सिंघल, राजीव कुमार गोयल, मुनीर अहमद, मो0 नासिर अहमद, भूपेन्द्र सिंह, अर्पित सिंघल, अवनीश कुमार, तरूण्र बंसल, मुकेश राॅय गौड़, अमीर खुसरो, हेमंत भारद्वाज, एलबीएस चैहान, आर बी बिरादर, विनीत कुमार, तुषार अग्रवाल, सचिन गोयल, तनुज अग्रवाल, सीए अभिनव बंसल, सहजाद, आलोक अग्रवाल, श्रेयांश अग्रवाल, गोपाल प्रसाद अग्रवाल, विवुध रावल, सजीत आर, सुधांशु जिंदल, अभिलाष कमानी, मुनेश कुमार बंसल, सुमित अग्रवाल, के पी सिंह, शक्ति प्रकाश अग्रवाल, अतुल असावा, अश्वनी छाबड़ा, संजय अग्रवाल, शलभ अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में अन्य उद्यमी भी उपस्थित थे।