
दिनाँक 12.11.2025
आज दिनांक 12 नवम्बर, 2025 को माननीय उत्तराखण्ड विद्युत नियामक आयोग द्वारा उद्योगों के समक्ष आ रही विद्युत से सम्बन्धित समस्याओं एवं विद्युत टैरिफ पर चर्चा हेतु विकास भवन, रूद्रपुर में एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में विद्युत नियामक आयोग की ओर से श्री अनुराग शर्मा, मेम्बर-लाॅ, श्री प्रभात किशोर डिमरी, मेम्बर-टैक्निकल, श्री दीपक पाण्डे, डायरेक्टर-फाईनेंस एवं श्री नीरज सती, सेक्रेटरी उपस्थित थे।

बैठक में केजीसीसीआई के निवर्तमान अध्यक्ष, श्री अशोक बंसल एवं केजीसीसीआई की पावर सब-कमेटी के चेयरमैन, श्री शकील अहमद सिद्दीकी द्वारा उद्योगों की विभिन्न समस्याओं जैसे- राज्य में विद्युत उपभोक्ताओं से वसूले जा रहे टैक्स, सेस, ड्यूटी एवं रॉयल्टी से मुक्ति दिलाए जाने, ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत उद्योगों को निर्बाध विद्युतापूर्ति हेतु औद्योगिक फीडरों से जोड़े जाने, जनपद ऊधम सिंह नगर के अन्तर्गत विभिन्न स्थानों पर स्थापित पावर सब-स्टेशनों के रख-रखाव, क्षमता वृद्धि एवं विद्युतापूर्ति हेतु आवश्यक इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित किए जाने, एल्डिको-सिडकुल औद्योगिक पार्क, सितारगंज की विद्युत आपूर्ति लाइन और विद्युत सब-स्टेशन की समस्या, श्री त्रिभुवन इस्पात प्रा0 लि0, बाजपुर द्वारा जमा की गयी सिक्योरिटी डिपोजिट राशि वापस कराए जाने, काशीपुर में मुरादाबाद रोड पर स्वीकृत 132 केवी पावर सब-स्टेशन की स्थापना अतिशीघ्र कराए जाने, उद्योगों में स्मार्ट मीटर स्थापित किए जाने के बाद आ रहे अत्यधिक मूल्य के बिजली बिलों में सुधार कराए जाने, स्मार्ट मीटरों पर प्रीपेड सुविधा उपलब्ध कराए जाने, स्मार्ट मीटर का विवरण मोबाईल एप पर प्रदर्शित कराए जाने, सोलर पाॅवर प्लाण्टों का समायोजन वार्षिक आधार पर किए जाने, उद्योगों की अतिरिक्त सीक्योरिटी राशि समायोजित/वापस कराए जाने, दानपुर (रूद्रपुर) स्थित 33 केवीए सब-स्टेशन की स्थिति में सुधार किए जाने, दिनेशपुर (रूद्रपुर) में 33 केवीए सब-स्टेशन की स्थिति के सम्बन्ध में, जाफरपुर में नए सब-स्टेशन की स्थापना के सम्बन्ध में, सितारगंज में निर्माणाधीन सब-स्टेशन का निर्माण कार्य अतिशीघ्र पूर्ण कराए जाने, 132 केवी के साथ-साथ 33 केवी सब-स्टेशनों से जुड़े उद्योगों को भी ओपन एक्सेस की सुविधा उपलब्ध कराए जाने, यूपीसीएल द्वारा उद्योगों को सोलर लाईन कनेक्टिविटी परमिशन/एनओसी यथाशीघ्र प्रदान किए जाने आदि से विस्तार से अवगत कराया गया तथा उनके शीघ्र निराकरण कराए जाने की माँग की गयी।

आज की यह मीटिंग बड़े ही सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुई। आज की मीटिंग का उद्देश्य माननीय आयोग द्वारा उद्योगों के समक्ष आ रही विभिन्न समस्याओं के बारे में जानकारी हासिल कर उन्हें यूपीसीएल व पिटकुल के माध्यम से दूर कराना था।
श्री अनुराग शर्मा द्वारा बैठक में उपस्थित यूपीसीएल के मुख्य अभियन्ता, श्री एन एस टोलिया, अधीक्षण अभियन्ता, श्री डी के जोशी तथा कई क्षेत्रों के अधिशासी अभियंताओं को निर्देशित किया गया कि उद्योगों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर दूर किया जाए अन्यथा भविष्य में राज्य में औद्योगिक विकास पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। इससे न केवल राज्य के राजस्व की हानि होगी अपितु रोजगार सृजन पर भी विपरीत प्रभाव देखने को मिल सकते हैं, क्योंकि राज्य में उद्योग ही सरकार के राजस्व का मुख्य स्रोत हैं।

बैठक में श्री अशोक बंसल व श्री शकील अहमद सिद्दीकी जी द्वारा तर्कसम्मत तरीके से रखी गयी समस्याओं, सुझावों व भविष्य की रूपरेखा पर गहनतापूर्वक विचार करते हुए श्री अनुराग शर्मा ने बैठक में उपस्थित यूपीसीएल के अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए कि वे अपने स्तर पर दूर होने वाली उद्योगों की समस्याओं का तीव्र गति से निस्तारण करें। यदि विभाग उद्योगों को सुचारू रूप से बिजली की आपूर्ति नहीं कर सकता तो टैरिफ में वृद्धि की माँग करना भी न्यायोचित नहीं है।
श्री नीरज सती, सदस्य, यूईआरसी ने कहा कि चूँकि राज्य में उद्योग ही राजस्व का मुख्य स्रोत हैं, इसलिए उनकी समस्याओं को अनदेखा नहीं किया जा सकता। एक घण्टे भी उद्योग को बिजली नहीं मिलती है तो उन्हें बहुत बड़ा नुकसान उठाना पड़ता है। उन्होंने आश्वासन दिया कि अब उद्योगों की समस्याएं माननीय आयोग के समक्ष विस्तृत रूप से आई है। अतः आयोग द्वारा उन पर मंथन कर यूपीसीएल के माध्यम से उन्हें दूर कराने का पूरा प्रयास किया जाएगा।
सभी उपस्थित सदस्यों द्वारा उक्त मीटिंग की अत्यन्त सराहना की गयी।
इस अवसर पर केजीसीसीआई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष, श्री रमेश कुमार मिड्ढा, श्री नरेश कुमार घई, श्री संजय कुमार सिंह, श्री प्रवीण कुमार पंवार, श्री विभोर गर्ग, श्री शलभ अग्रवाल, श्री विनीत सरन व अन्य सदस्य तथा यूपीसीएल के विभिन्न क्षेत्रों के अधिकारी उपस्थित थे।



