
10 सितम्बर 2025 को कुमायूँ गढ़वाल चैम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री (KGCCI) के चैम्बर हाउस में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता चैम्बर के निर्वर्तमान पूर्व अध्यक्ष, श्री अशोक बंसल ने की। यह बैठक विशेष रूप से उन 54 उद्योगों के प्रतिनिधियों के लिए रखी गई थी, जिन पर हाल ही में उत्तराखण्ड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (UKPCB) द्वारा पर्यावरणीय उल्लंघनों के कारण पेनल्टी चार्ज लगाए गए थे।
बैठक की शुरुआत में श्री अशोक बंसल ने सभी उद्योग प्रतिनिधियों का स्वागत किया और बैठक के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि उद्योग जगत में कई सदस्यों को यह समझने में कठिनाई हो रही थी कि यह पेनल्टी किस आधार पर लगाई जा रही है और इसकी गणना कैसे की जाती है।
उन्होंने आगे जानकारी दी कि केजीसीसीआई ने अपनी पहल और प्रयासों से यूकेपीसीबी से इस पेनल्टी कैलकुलेशन का पूरा फॉर्मूला और दिशानिर्देश प्राप्त किए हैं। इसके बाद उन्होंने सभी उपस्थित प्रतिनिधियों के सामने यह फॉर्मूला विस्तार से प्रस्तुत किया।

बैठक में बताया गया कि Environment Compensation (EC) की गणना निम्नलिखित फॉर्मूले से की जाती हैः
𝐸𝐶 = 𝑃𝐼×𝑁×𝑅×𝑆×𝐹
जहाँ :
EC = Environment Compensation
PI = Pollution Index
N = Number of days of violation
R = ₹ 100 (Fixed)
S = Scale of operation (Small, Medium, Large)
LF = Location Factor (Population based)
श्री बंसल ने Pollution Index Table और Scale of Operation Factor के बारे में विस्तार से समझाया। इसके साथ ही उन्होंने एक प्रैक्टिकल उदाहरण भी प्रस्तुत किया, ताकि सभी सदस्य आसानी से समझ सकें कि उनकी पेनल्टी कैसे निर्धारित हुई है।

इसके अतिरिक्त, उन्होंने यह भी अवगत कराया कि विभाग द्वारा पेनल्टी की गणना करते समय कुछ त्रुटियाँ भी की गई हैं। इस आधार पर बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों से अनुरोध किया गया कि वे अपनी Compensation Sheet की गणना एक बार फिर से स्वयं कर लें।
इससे यदि कोई भी त्रुटि पाई जाती है, तो उसे ठीक करके चैम्बर की ओर से विभाग को भेजा जा सके, ताकि सही आंकड़ों के आधार पर संशोधित पेनल्टी तय की जा सके।
बैठक के अंत में श्री बंसल ने सभी सदस्यों से आग्रह किया कि वे सख्ती से पर्यावरणीय नियमों का पालन करें और अपनी इकाइयों में एक Internal Compliance System विकसित करें, ताकि भविष्य में इस प्रकार की समस्याओं का सामना न करना पड़े।

KGCCI ने आश्वासन दिया कि वह भविष्य में भी सदस्यों के हितों की रक्षा के लिए लगातार प्रयासरत रहेगा और विभागों के साथ नियमित संवाद बनाए रखेगा।
बैठक का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया गया, और सभी उपस्थित प्रतिनिधियों ने इस जानकारीपूर्ण सत्र और चैम्बर के अविश्वसनीय कार्यों की अत्यंत सराहना की।